37. मन्: स्थिति
ऊँश्री गणेशाय नम्ःश्री श्याम देवाय नम्ः दया, क्षमा, परोपकार और दान- ये हमारी मन की सहज और स्वाभाविक प्रक्रिया है। सहज वह है जिसे समझने अथवा प्राप्त करने के लिए, किसी विशेष प्रयास की जरूरत नहीं पड़ती। ईश्वर ने हमारे शरीर के अंगों और मन की संरचना इस प्रकार से की है कि यदि वे …