44. सुख-दुख
श्री गणेशाय नमः श्री श्याम देवाय नमः मानव जीवन रूपी उतार-चढ़ाव में, धुप और छांव की तरह सुख और दुख आते जाते रहते हैं। क्योंकि उतार-चढ़ाव जीवन का आधारभूत नियम है। शायद दुनिया में कोई ऐसा व्यक्ति हुआ हो, जिसके जीवन में सुख-दुख न हों। कुछ लोग यह भी मानते हैं कि— सुख-दुख जीवन में …