Month: June 2022

266. भगवद् कृपा

श्री गणेशाय नमः श्री श्याम देवाय नमः आज के समय यदि कोई भी भगवद् कृपा प्राप्त करना चाहता है तो उसकी प्राप्ति का एकमात्र साधन भक्ति है क्योंकि भक्तवत्सल भगवान तक पहुंचने का मार्ग तो यह भक्ति ही है। एक भक्त ही उस परम पिता परमेश्वर को अपने हृदय मंदिर में आसीन करने के लिए …

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265. वास्तविक सुख

श्री गणेशाय नमः श्री श्याम देवाय नमः संसार में प्रत्येक मनुष्य सुख की कामना रखता हुआ ही अपना जीवनयापन करता है। वह किसी भी दुख या अभाव की स्थिति को पसंद नहीं करता। लेकिन क्या किसी कामना की अभिलाषा रखने मात्र से ही उसे सुख की प्राप्ति हो सकती है? वास्तव में जीवन एक कठिन …

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264. हृदय

श्री गणेशाय नमः श्री श्याम देवाय नमः हृदय मनुष्य शरीर का एक महत्वपूर्ण ऑर्गन है। जब तक हृदय अपना काम सुचारू रूप से करता है, तभी तक मानव जीवन है यानी मनुष्य के जीवन में धड़कन है, तभी वह जिंदा है। हमारे हृदय की धड़कन उस समय प्रारंभ होती है, जब उससे जुड़ी विशेष कोशिकाएं …

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263. जिंदगी को बनाएं, सुंदर

श्री गणेशाय नमः श्री श्याम देवाय नमः हम अपनी जिंदगी को सुंदर बना सकते हैं। क्योंकि यह सुंदरता हमारे भीतर मौजूद है। प्रतिकूलताओं में मन के समुद्र में भावों की ऊंची- नीची लहरें उठना स्वाभाविक है, पर समुद्र की तरह भीतर एकदम शांति होना आवश्यक है। प्रतिकूलता हमेशा के लिए नहीं हो सकती लेकिन यह …

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262. कर्म क्षेत्र

श्री गणेशाय नमः श्री श्याम देवाय नमः जीवों के लिए यह संसार कर्म का क्षेत्र है। यह प्राणियों के विकास की प्रकृति के अनुकूल है। जिसमें इच्छाओं और अभिलाषाओं का स्रोत फूटता है। पृथ्वी पर ईश्वर का उपहार यही संसार है जो नभ, जल और थल पर प्राणियों का आश्रय है। यही सुख-दुख का घरौंदा …

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