128. धर्म का स्वरूप
श्री गणेशाय नमः श्री श्याम देवाय नमः धर्म मंगलमय जीवन का आधार है। धर्म के पथ पर चलकर ही मनुष्य अपने जीवन को संवार सकता है क्योंकि मनुष्य प्रकृति की सबसे अद्वितीय, विशिष्ट एवं अनमोल कृति है। प्रकृति ने मनुष्यों को तरह-तरह के संसाधनों से सुसज्जित किया है। प्रकृति ने सिर्फ हमें ही नहीं अपितु […]