181. जीवन मंत्र
श्री गणेशाय नमः श्री श्याम देवाय नमः संसार में सभी तरह के मनुष्य निवास करते हैं, उनमें कोई सज्जन प्रवृत्ति का होता है तो कोई दुर्जन प्रवृत्ति का। संत महापुरुष उनको हमेशा एक ही दृष्टि से देखते हैं। समाज में सदैव यही उपदेश देते हैं की सबको एक- दूसरे के साथ समान व्यवहार करना चाहिए। […]