226. सत्य की शक्ति
श्री गणेशाय नमः श्री श्याम देवाय नमः सत्य अर्थात् जैसा देखा, जैसा सुना और जैसा अनुभव किया, उसे वैसा ही कहना और उसी के अनुरूप अपने जीवन को ढालना सत्य कहलाता है। सत्य जो पूरी तरह यथार्थ या संपूर्ण हो। जिसमें जरा- सी भी अपूर्णता ना हो, किसी तरह का दोष ना हो। सत्य के …