Sunita Rani

151. रक्षा कवच

श्री गणेशाय नमः श्री श्याम देवाय नमः कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर ने चारों तरफ हाहाकार मचा रखा है। अस्पतालों में कोरोना मरीजों का तांता लगा हुआ है। डॉक्टर और नर्स उनका उपचार पूरी लग्न से कर रहे हैं लेकिन संक्रमण का प्रकोप बढ़ता ही जा रहा है। ऐसे में हमें एक रक्षा कवच की […]

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150. आदर्श नेतृत्व

श्री गणेशाय नमः श्री श्याम देवाय नमः नेतृत्व का वास्तविक अर्थ होता है—समाज और संगठन का सही मार्ग प्रशस्त करना न की उन पर शासन करना।एक सभ्य एवं विकसित समाज की स्थापना में एक आदर्श नेतृत्व की महान भूमिका रहती है। एक कुशल नेतृत्वकर्ता हमेशा समाज, संगठन के हितों के कल्याण के लिए ही तत्पर

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149. कण-कण में भगवान

श्री गणेशाय नमः श्री श्याम देवाय नमः महर्षि दधीचि के पुत्र का नाम था— पिप्लाद।वह बहुत ही तेजस्वी तथा तपस्वी था। जब पिप्लाद को यह ज्ञात हुआ कि— देवताओं को अस्थि दान देने के कारण उसके पिता की मृत्यु हो गई है तो उसे बहुत दुख हुआ। वह आग बबूला हो गया और देवताओं से

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148. दिव्य दृष्टि

श्री गणेशाय नमः श्री श्याम देवाय नमः जीवन की सार्थकता इसी में है कि— मनुष्य को दूरदर्शिता का ज्ञान हो।दूरदर्शिता का शाब्दिक और आध्यात्मिक अर्थ होता है कि— दिव्य दृष्टि का जागृत हो जाना।इसके बिना मनुष्य के जीवन के उद्देश्य का पता ही नहीं चलता। अपनी अंतर्दृष्टि को जागृत करके मनुष्य आध्यात्मिक पथ पर अग्रसर

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147. भगवत कृपा

श्री गणेशाय नमः श्री श्याम देवाय नमः भगवद् गीता में भगवान श्री कृष्ण मानव को स्पष्ट संदेश देते हैं— तू सच्चे मन से मेरी शरण में आकर तो देख, मुझ पर विश्वास करके तो देख, फिर देखना तेरे समस्त कार्य में करूंगा, तेरे कुशल-क्षेम की रक्षा भी मैं ही करूंगा। तुझे कोई तकलीफ नहीं होने

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146. सच्चा ज्ञान

श्री गणेशाय नमः श्री श्याम देवाय नमः एक बार अर्जुन ने वासुदेव से पूछा—मनुष्य न चाहते हुए भी पाप क्यों करता है और फिर पाप का फल भोगने के लिए 84 लाख योनियों में भटकता रहता है? जब उसको पता है कि— पाप करने से उसको सद्गति प्राप्त नहीं होगी, फिर भी वह पाप करता

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145. ग्रंथों में स्वास्तिक की प्रमाणिकता/ प्रयोग

श्री गणेशाय नमः श्री श्याम देवाय नमः बाल्मीकि रामायण में भी स्वास्तिक का उल्लेख मिलता है। रामायण के अनुसार—सांप के फन के ऊपर उपस्थित नीली रेखा भी स्वास्तिक का पर्याय है।नादब्रह्म से अक्षर तथा वर्णमाला बनी, मातृका की उत्पत्ति हुई। नाद से ही पश्यंती, मध्यमा तथा वैखरी वाणियां उत्पन्न हुई। तदुपरांत उनके भी स्थूल तथा

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144. स्वास्तिक का पौराणिक इतिहास/कलंक को हटाने की कोशिश

श्री गणेशाय नमः श्री श्याम देवाय नमः *जर्मन अत्याचार के कलंक को मिटाने की कोशिश— वर्ष 2013 में 13 नवंबर को कोपेनहेगन में स्वास्तिक दिवस मनाया गया। जहां दुनियाभर से टैटू कलाकार स्वास्तिक को पूरी दुनिया तक पहुंचाने के लिए इकट्ठा हुए। आयोजकों का कहना था कि—हिटलर की पार्टी ने इस चिन्ह पर धब्बा लगा

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143. रामनवमी

श्री गणेशाय नमः श्री श्याम देवाय नमः रामनवमी हिंदुओं का सामाजिक और सांस्कृतिक पर्व है। इस दिन जन-जन के मन में बसने वाले मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम का पृथ्वी पर अवतरण हुआ था। चैत्र मास की शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि पुनर्वसु नक्षत्र और कर्क लग्न के शुभ मुहूर्त बेला में भगवान श्रीराम ने एक शिशु

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142. मां की महिमा

श्री गणेशाय नमः श्री श्याम देवाय नमः भारतवर्ष देवी देवताओं का देश है। यहां स्थान- स्थान पर देवी देवताओं के मंदिर हैं। ये मंदिर लोगों की अटूट श्रद्धा के केंद्र हैं। मां के रूप में हमें यहां देवी के विभिन्न रूपों के दर्शन होते हैं, जिन्हें अलग-अलग स्थान पर अलग-अलग नाम से जाना जाता है।

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