75. आध्यात्मिक प्रेम
श्री गणेशाय नमः श्री श्याम देवाय नमः प्रेम एक ऐसी अनुभूति है, जो इस नश्वर संसार में रहते हुए भी आनंद और खुशियों की बहार ला देती है। प्रेम के समक्ष लौकिक सभी मूल्यवान वस्तुएं मूल्यहीन हो जाती हैं। जिसके पास प्रेम की संपदा है, वह सौभाग्यशाली है। प्रेम के बिना तो हीरे, जवाहरात, मणि-माणिक्य …